Medical center front view on white background. Hospital building vector design.


देहरादून। पछवादून के चकराता क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोथी गांव में जंगली मशरूम की सब्जी खाने से एक ही परिवार के आठ सदस्यों की तबीयत खराब हो गई। तबीयत बिगड़ने पर ग्रामीण सभी लोगों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहिया पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने सभी का तत्काल इलाज शुरू किया, जिससे उनकी जान बच गई।
मानसून सीजन में देहरादून के जंगलों सहित ऊंचाई वाली क्षेत्र में इन दिनों जंगली मशरूम भी दिखाई देते हैं, ऐसे में पहाड़ के लोग जंगलों से मशरूम लाकर सब्जी के रूप में प्रयोग करते हैं। यह मशरूम कभी-कभी इंसानी जिंदगी पर भारी पड़ जाता है। ऐसा ही मामला चकराता तहसील के अंतर्गत कोथी गांव में देखने को मिला, जहां जंगल से मशरूम लेकर एक परिवार ने शाम को सब्जी बनाई, जैसे ही उन्होंने मशरूम की सब्जी को खाया सभी की हालत खराब होने लगी। परिवार के सभी सदस्यों को उल्टी,दस्त की शिकायत होने लगी। सभी की हालत खराब होते देख देर रात को ग्रामीणों ने सभी आठ लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहिया पहुंचाया। सीएचसी सहिया में मरीजों के उपचार के बाद डाक्टरों ने उन्हें छुट्टी दे दी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सीनियर डॉक्टर ममता नेगी ने कहा कि कोथी गांव से डिनर में कुछ खाना ऐसा खा लिया था, जिसकी वजह से छह पुरुषों में दो लोग बेहोशी की हालत में थे और दो महिलाओं में एक गर्भवती महिला व एक युवती थी। सभी आठ लोगों का 12 से 18 घंटे तक अस्पताल में भर्ती कराया गया और सभी लोगों का उपचार किया। उनके स्वास्थ्य में सुधार होने पर सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि जंगली मशरूम खाने से 6 पुरुष और दो महिलाओं की हालत बिगड़ी थी।